साईं कष्ट निवारण मंत्र बेनिफिट्स
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साईं कष्ट निवारण मंत्र, साई बाबा के भक्तों की सभी कठिनाइयों और समस्याओं का समाधान करने वाला एक अद्वितीय मंत्र है। साई बाबा के भक्त इस मंत्र का उपयोग अपने कठिन समय में करते हैं और अपनी समस्याओं से मुक्ति प्राप्त करते हैं। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से साईं कष्ट निवारण मंत्र और इसके लाभों को साझा कर रहे हैं। चलिए, अब हम साईं कष्ट निवारण मंत्र को समझेंगे और भगवान साई बाबा की कृपा में शामिल होंगे।

 "ॐ साईं राम"
“ॐ साईं राम”

Table of Contents

साईं कष्ट निवारण मंत्र

कष्टों की काली छाया दुखदायी है, जीवन में घोर उदासी लाई है ।

संकट को टालो सांई दुहाई है, तेरे सिवा ना कोई सहाई है ।

मेरे मन तेरी मूरत समाई है, हर पल हर क्षण महिमा गाई है ।

घर मेरे कष्टों की आँधी आई है, आपने क्यों मेरी सुध भुलाई है ।

तुम भोले नाथ हो दया निधान हो, तुम हनुमान हो महा बलवान हो ।

तुम्ही हो राम और तुम्ही श्याम हो, सारे जगत में तुम सबसे महान हो ।

तुम्ही महाकाली तुम्ही माँ शारदे, करता हूँ प्रार्थना भव से तार दो ।

तुम्ही मुहम्मद हो गरीब नवाज हो, नानक की वाणी में ईसा के साथ हो ।

तुम्ही दिगम्बर तुम्ही कबीर हो, हो बुद्घ तुम्ही और महावीर हो ।

सारे जगत का तुम्ही आधार हो, निराकार भी और साकार हो ।

करता हूँ वन्दना प्रेम विश्वास से, सुनो सांई अल्लाह के वास्ते ।

अधरों में मेरे नहीं मुस्कान है, घर मेरा बनने लगा श्मशान है ।

रहम नजर करो उजड़े विरान पे, जिन्दगी संवरेगी इस वरदान से ।

पापों की धूप से तन लगा हारने, आपका ये दास लगा पुकारने ।

आपने सदा लाज बचाई है, देर ना हो जाये मन शंकाई है ।

धीरे-धीरे धीरज ही खोता है, मन में बसा विश्वास ही रोता है ।

मेरी कल्पना साकार कर दो, सूनी जिन्दगी में रंग भर दो ।

ढ़ोते-ढ़ोते पापों का भार जिन्दगी से, मैं हार गया जिन्दगी से ।

नाथ अवगुण अब तो बिसारो, कष्टों की लहर से आके उबारो ।

करता हूँ पाप मैं पापों की खान हूँ, ज्ञानी तुम ज्ञानेश्वर मैं अज्ञान हूँ ।

करता हूँ पग-पग पर पापों की भूल मैं, तार दो जीवन ये चरणों की धूल से ।

तुमने उजाड़ा हुआ घर बसाया, पानी से दीपक तुमने जलाया ।

तुमने ही शिरड़ी को धाम बनाया, छोटे से गाँव में स्वर्ग सजाया ।

कष्ट पाप श्राप उतारो, प्रेम दया दृष्टि से निहारो ।

आपका दास हूँ ऐसे ना टालिये, गिरने लगा हूँ सांई सम्भालिये ।

सांई जी बालक मैं अनाथ हूँ, तेरे भरोसे रहता दिन-रात हूँ ।

जैसा भी हूँ, हूँ तो आपका, कीजै निवारण मेरे संताप का ।

तू है सवेरा और मैं रात हूँ, मेल नहीं कोई फिर भी साथ हूँ ।

सांई मुझसे मुख ना मोड़ो, बीच मझदार अकेला ना छोड़ो ।

आपके चरणों में बसे प्राण है, तेरे वचन मेरे गुरु समान है ।

आपकी राहों पे चलता दास है, खुशी नहीं कोई जीवन उदास है ।

आंसू की धारा है डूबता किनारा, जिन्दगी में दर्द, नहीं गुजारा ।

लगाया चमन तो फूल खिलाओ, फूल खिले है तो खुशबू भी लाओ ।

कर दो इशारा तो बात बन जाए, जो किस्मत में नहीं वो मिल जाये ।

बीता जमाना ये गाकें फसाना, सरहदें जिन्दगी मौत तराना ।

देर तो हो गयी है अंधेर ना हो, फिक्र मिले लेकिन फरेब न हो ।

देके टालो या दामन बचा लो, हिलने लगी रहनुमाई सम्भालो ।

तेरे दम पे अल्लाह की शान है, सूफी संतों का ये बयान है ।

गरीब की झोली में भर दो खजाना, जमाने के वाली करो ना बहाना ।

दर के भिखारी है मोहताज है हम, शहंशाहे आलम करो कुछ करम ।

तेरे खजाने में अल्लाह की रहमत, तुम सदगुरु सांई हो समरथ ।

आए तो धरती पे देने सहारा, करने लगे क्यों हमसे किनारा ।

जब तक ये ब्रहमांड रहेगा, सांई तेरा नाम रहेगा ।

चाँद सितारे तुम्हें पुकारेंगें, जन्मोजन्म हम रास्ता निहारेंगें ।

आत्मा बदलेगी चोले हजार, हम मिलते रहेंगे हर बार ।

आपके कदमों में बैठे रहेंगे, दुखड़े दिल के कहते रहेंगे ।

आपकी मरजी है दो या ना दो, हम तो कहेंगे दामन ही भर दो ।

तुम हो दाता हम है भिखारी, सुनते नहीं क्यों अरज हमारी ।

अच्छा चलो इक बात बता दो, क्या नहीं तुम्हारे पास बता दो ।

जो नहीं देना है इन्कार कर दो, खत्म ये आपस की तकरार कर दो ।

लौट के खाली चला जाऊँगा, फिर भी गुण तो गाऊँगा ।

जब तक काया है तब तक माया है, इसी में दुःखों का मूल समाया है ।

सब कुछ जान के अनजान हूँ मैं, अल्लाह की तू शान तेरी हूँ शान में ।

तेरा करम सदा सबपे रहेगा, ये चक्र युग-युग चलता रहेगा ।

जो प्राणी गायेगा सांई तेरो नाम, उसको मिले मुक्ति पहुँचे परमधाम ।

ये मंत्र जो प्राणी नित दिन गायेंगें, राहू, केतु, शनि निकट ना आएँगे ।

टल जाएंगें संकट सारे, घर में वास करें सुख सारे ।

जो श्रद्घा से करेगा पठन, उस पर देव सभी हो प्रसन्न ।

रोग समूह नष्ट हो जायेंगें, कष्ट निवारण मन्त्र जो गाएँगें ।

चिन्ता हरेगा निवारण जाप, पल में हो दूर हो सब पाप ।

जो ये पुस्तक नित दिन बांचे, लक्ष्मी जी घर उसके सदा बिराजै ।

ज्ञान बुद्घि प्राणी वो पायेगा, कष्ट निवारण मंत्र जो ध्यायेगा ।

ये मन्त्र भक्तों कमाल करेगा, आई जो अनहोनी तो टाल देगा ।

भूत प्रेत भी रहेंगे दूर, इस मन्त्र में सांई शक्ति भरपूर ।

जपते रहे जो मंत्र अगर, जादू टोना भी हो बेअसर ।

इस मंत्र में सब गुण समाये, ना हो भरोसा तो आजमाएँ ।

ये मंत्र सांई वचन ही जानो, स्वयं अमल कर सत्य पहचानो ।

संशय ना लाना विश्वास जगाना, ये मंत्र सुखों का है खजाना ।

इस मंत्र में सांई का वास, सांई दया से ही लिख पाया दास ।।

साईं कष्ट निवारण मंत्र PDF

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साईं कष्ट निवारण मंत्र क्या है?

साईं कष्ट निवारण मंत्र एक धार्मिक मंत्र है जिसे श्री साईं बाबा की उपासना में जपा जाता है। इस मंत्र का उच्चारण करने से मान्यता है कि साईं बाबा की कृपा से सभी कष्ट और समस्याएं दूर हो जाती हैं। यह मंत्र व्यक्ति को आत्मिक शांति और संतुलन प्रदान करता है, और उसके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।

साईं कष्ट निवारण मंत्र का एक सामान्य रूप “ॐ साईं राम” है। इस मंत्र का जपने से व्यक्ति के जीवन में धन, समृद्धि, स्वास्थ्य, और आत्मिक विकास के क्षेत्र में वृद्धि होती है। इसके अलावा, यह मंत्र व्यक्ति को भय और आशंकाओं से मुक्ति दिलाता है, और उसे अपनी समस्याओं का सामना करने की शक्ति प्रदान करता है।

यह महत्वपूर्ण है कि इस मंत्र का जपने के लिए आपको पूरी श्रद्धा और समर्पण की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, आपको इसे नियमित रूप से और सही तरीके से जपना चाहिए। इससे आपको इस मंत्र के अधिकतम लाभ मिल सकते हैं।

साईं कष्ट निवारण मंत्र बेनिफिट्स

साईं कष्ट निवारण मंत्र के जपने से विभिन्न लाभ होते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

साईं कष्ट निवारण मंत्र के जपने से मानसिक शांति मिलता है।

जब हम इस मंत्र का जप करते हैं, तो हमारे मन को एक अद्वितीय शांति मिलती है। यह मंत्र हमारे चित्त को शांत करता है और हमें आत्मीय सुख प्रदान करता है। उदाहरण स्वरूप, अगर कोई व्यक्ति अपने दैनिक जीवन की चिंताओं और तनाव से परेशान है, तो इस मंत्र का नियमित रूप से जपने से उसे अपनी चिंताओं से राहत मिल सकती है।

उदाहरण: मान लीजिए एक व्यक्ति जिसका नाम रोहित है, वह अपने काम के दबाव और निजी जीवन की चिंताओं के कारण बहुत तनाव में है। रोहित ने जब से “ॐ साईं राम” मंत्र का नियमित रूप से जपना शुरू किया, उसने अनुभव किया कि उसके मन में एक शांति का अनुभव होने लगा है और वह अपने काम में अधिक केंद्रित हो पा रहा है।

साईं कष्ट निवारण मंत्र के जपने से समस्याओं का समाधान मिलता है। 

साईं कष्ट निवारण मंत्र का जपने से हमें साईं बाबा की कृपा प्राप्त होती है, जिससे हमारी सभी समस्याएं और कष्ट दूर हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति व्यापारिक समस्याओं से जूझ रहा है, तो इस मंत्र का जप करने से उसे अपनी समस्याओं का समाधान मिल सकता है।

उदाहरण: सुमिता एक व्यापारी हैं जिन्हें अपने व्यापार में कई समस्याएं आ रही थीं। उन्होंने साईं कष्ट निवारण मंत्र का जप शुरू किया और कुछ समय बाद उन्हें अपने व्यापार में सुधार दिखाई देने लगा। उनका मानना है कि यह साईं बाबा की कृपा से हुआ है।

साईं कष्ट निवारण मंत्र के जपने से आत्मिक विकास होता हे।

साईं कष्ट निवारण मंत्र का जपने से हमारी आत्मिक ऊर्जा बढ़ती है, जिससे हमारा आत्मिक विकास होता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति आत्मिक जीवन में विकास करना चाहता है, तो इस मंत्र का जप करने से उसे आत्मिक ऊर्जा मिल सकती है।

उदाहरण: अनिता एक छात्रा है जो अध्यात्म में रुचि रखती है। उसने “ॐ साईं राम” मंत्र का जप करना शुरू किया और उसे लगा कि उसकी आत्मिक शक्तियां बढ़ रही हैं और वह अधिक संवेदनशील और समझदार बन रही है।

साईं कष्ट निवारण मंत्र के जपने से धन और समृद्धि मिलता है।

साईं कष्ट निवारण मंत्र का जपने से हमें धन और समृद्धि में वृद्धि होती है। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करना चाहता है, तो इस मंत्र का जप करने से उसे आर्थिक स्थिति में सुधार मिल सकता है।

उदाहरण: राजेश एक छोटे व्यवसायी हैं जिन्होंने अपने व्यवसाय में वृद्धि के लिए “ॐ साईं राम” मंत्र का जप किया। कुछ महीनों के बाद, उन्होंने देखा कि उनके व्यवसाय में अचानक से वृद्धि होने लगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ।

साईं कष्ट निवारण मंत्र के जपने से स्वास्थ्य लाभ मिलता है। 

साईं कष्ट निवारण मंत्र का जपने से हमें स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं से राहत मिलती है और हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति बीमारी से पीड़ित है, तो इस मंत्र का जप करने से उसे अपनी बीमारी से राहत मिल सकती है।

उदाहरण: प्रिया एक गृहिणी हैं जो अक्सर स्वास्थ्य समस्याओं से परेशान रहती थीं। उन्होंने “ॐ साईं राम” मंत्र का जप शुरू किया और उन्हें अपने स्वास्थ्य में सुधार महसूस हुआ। उनका कहना है कि इस मंत्र ने उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाया है।

साईं कष्ट निवारण मंत्र के जपने से भय और आशंकाओं को दूर सकते हे।

साईं कष्ट निवारण मंत्र का जपने से हमारे भीतर का भय और आशंकाएं दूर होती हैं, और हम अपनी समस्याओं का सामना साहस और आत्मविश्वास के साथ कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति भविष्य की चिंता में है, तो इस मंत्र का जप करने से उसे अपनी चिंताओं से राहत मिल सकती है।

उदाहरण: आकाश एक युवा है जो अपने भविष्य को लेकर बहुत चिंतित था। उसने “ॐ साईं राम” मंत्र का जप करना शुरू किया और उसे लगा कि उसके भीतर का डर कम हो रहा है और वह अपने लक्ष्यों की ओर अधिक आत्मविश्वास के साथ बढ़ रहा है।

इन उदाहरणों से हम देख सकते हैं कि साईं कष्ट निवारण मंत्र के जप से व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार के सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं। यह मंत्र न केवल आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता है, बल्कि व्यक्तिगत, पारिवारिक, व्यावसायिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में भी सहायक होता है। यह मंत्र व्यक्ति को आंतरिक शक्ति और सामर्थ्य प्रदान करता है जिससे वह जीवन की चुनौतियों का सामना अधिक सकारात्मक रूप से कर सकता है। याद रखें, इन लाभों को प्राप्त करने के लिए आपको इस मंत्र को नियमित रूप से और पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ जपना होगा।

साईं कष्ट निवारण मंत्र को जपने से पहले हमें किस किस चीज़ की ध्यान रखना चाहिए?

साईं कष्ट निवारण मंत्र को जपने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिसे निम्नलिखित उदाहरणों के माध्यम से समझाया जा रहा है:

  1. श्रद्धा और समर्पण: जब भी आप किसी मंत्र का जप करते हैं, तो आपको उसे पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ करना चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर आप “ॐ साईं राम” मंत्र का जप कर रहे हैं, तो आपको इसे पूरी आस्था और भक्ति के साथ करना चाहिए।
  2. स्थान और समय: मंत्र जपने का स्थान और समय भी महत्वपूर्ण होता है। आपको एक शांत और पवित्र स्थान पर, प्रातःकाल या संध्याकाल में मंत्र जपना चाहिए। उदाहरण के लिए, आप अपने घर के पूजा घर में, सुबह या शाम के समय मंत्र का जप कर सकते हैं।
  3. सही उच्चारण: मंत्र का सही उच्चारण भी महत्वपूर्ण होता है। आपको मंत्र के शब्दों को सही तरीके से उच्चारित करना चाहिए। उदाहरण के लिए, “ॐ साईं राम” मंत्र को आपको स्पष्ट और सही ध्वनि के साथ उच्चारित करना चाहिए।
  4. नियमितता: मंत्र जपने की नियमितता भी महत्वपूर्ण होती है। आपको हर दिन, नियमित समय पर मंत्र का जप करना चाहिए। उदाहरण के लिए, आप रोजाना सुबह या शाम को निर्धारित समय पर “ॐ साईं राम” मंत्र का जप कर सकते हैं।
  5. मन की शुद्धि: मंत्र जपने से पहले आपका मन शांत और शुद्ध होना चाहिए। आपके मन में कोई नकारात्मक विचार नहीं होने चाहिए। उदाहरण के लिए, आप “ॐ साईं राम” मंत्र का जप करने से पहले कुछ मिनट ध्यान कर सकते हैं, ताकि आपका मन शांत हो जाए।

इन सभी बातों का ध्यान रखने से, आपको साईं कष्ट निवारण मंत्र के अधिकतम लाभ मिल सकते हैं।

साईं कष्ट निवारण मंत्र कौन सा है?

साईं कष्ट निवारण मंत्र का एक सामान्य रूप “ॐ साईं राम” है। साईं कष्ट निवारण मंत्र: साईं बाबा के अनेक मंत्र हैं, जिनमें से एक प्रमुख कष्ट निवारण मंत्र निम्नलिखित है:”ॐ साईं राम।”इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने में सहायता मिलती है। यह मंत्र साईं बाबा की कृपा को आकर्षित करता है और उनके आशीर्वाद से जीवन की समस्याओं का समाधान होता है।

साईं बाबा की सिद्धि कैसे प्राप्त करें?

साईं बाबा की सिद्धि कैसे प्राप्त करें: साईं बाबा की सिद्धि प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित बातों का पालन करना चाहिए:

  • नियमित रूप से साईं बाबा का नाम जपना।साईं बाबा की मूर्ति या चित्र के सामने ध्यान लगाना।साईं बाबा के वचनों और उनके जीवन के आदर्शों का पालन करना।दूसरों की सेवा करना और दया दिखाना।सत्य, अहिंसा, और प्रेम के प्रतीक के रूप में साईं बाबा की पूजा करना।
यदि आप इन बातों का पालन करते हैं, तो आप साईं बाबा की सिद्धि प्राप्त कर सकते हैं। याद रखें, साईं बाबा की सिद्धि प्राप्त करने का मुख्य तत्व है उनके प्रति अटूट विश्वास और निरंतर भक्ति।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में, हमने साईं कष्ट निवारण मन्त्र और उनके लाभों के विस्तृत अध्ययन की गहराई में जाने का प्रयास किया है। मन्त्रों का प्रयोग धार्मिक और आध्यात्मिक प्रथाओं में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और वे व्यक्तिगत शांति, स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।साईं कष्ट निवारण मन्त्र का उच्चारण और अभ्यास करने से, व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों और चुनौतियों को सामना करने की शक्ति प्राप्त कर सकता है। यह मन्त्र न केवल आत्मिक शांति और संतुलन को बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि यह व्यक्ति को उसके आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को भी बढ़ाने में सहायता करता है।इसके अलावा, यह मन्त्र व्यक्ति को उसके जीवन के उद्देश्य को स्पष्ट करने में भी मदद करता है, और उसे अपने लक्ष्यों की ओर अधिक केंद्रित करता है। इसके अलावा, यह मन्त्र व्यक्ति को उसके जीवन के उद्देश्य को स्पष्ट करने में भी मदद करता है, और उसे अपने लक्ष्यों की ओर अधिक केंद्रित करता है।इस आर्टिकल के माध्यम से, हमने यह स्पष्ट करने का प्रयास किया है कि साईं कष्ट निवारण मन्त्र का नियमित रूप से अभ्यास करने से व्यक्ति के जीवन में कैसे सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। यह मन्त्र व्यक्ति को उसके आत्मिक यात्रा में मार्गदर्शन करता है, और उसे अपने जीवन की चुनौतियों से निपटने की शक्ति देता है।

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